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Saturday, July 2, 2011

ईडी, सीडी और एचआरडी !

इन दिनों ये डी समीकरण राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाये हुए है। पहले ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) बेचारे मधु भईया और उनके साथियों के पीछे पड़ा तो कल से ये सरयू राय के द्वारा सीडी लहराने के बाद ये सीडी जीवीएम (झारखण्ड विकाश मोर्चा) और अजय भईया के पीछे पड़ा हुआ है। तो तीसरा ये एचआरडी (मानव संसाधन विकाश विभाग) मंत्री जी बैधनाथ राम के गले का फंदा बने हुए है।
पहले से ही अपने वारिशों के असफल हो जाने का दर्द झेल रहे मंत्री जी की किस्मत से बदकिस्मती दूर होने का नाम ही नहीं ले रही है। मंत्री जी को बदकिस्मती का रोना रुलाने वाली में दो औरतों का नाम आ रहा है। अरे नहीं नहीं आप गलत सोच रहे हैं मंत्री जी एक ही शादी किये हैं और ये बदकिस्मती उनकी हमसफ़र नहीं है बल्कि एक तो जैक में है और दूसरी विभाग की सचिव।
इनदिनों अपने रूटीन के अनुसार झारखण्ड में भी ट्रान्सफर पोस्टिंग का खेल जोरो पर है। पिछले पांच दिनों का अख़बार पलट कर देखें तो पांच सौ से भी ज्यादा ऑफिसर इधर से उधर किये जा चुके हैं। हर ओर अफरा-तफरी का माहौल है। सभी अपनी-अपनी जान पहचान मंत्री जी से जोड़ने और अपनी इच्छा के अनुसार पोस्टिंग के लिये दिन-रात मंत्री जी को दंडवत करने में लगे हुए हैं। मंत्री जी भी मानसून के समय पर आ जाने से अभी ही अगहन माना रहे हैं। मंत्री जी ने अपनी इच्छा अनुसार और अपने चाहने वालों के अनुसार ट्रान्सफर की एक लिस्ट तैयार करके विभाग के श्री मति सचिव के पास भेझा लेकिन सचिव ने उसे लौटा दिया। गुस्से से लाल-पीले मंरती जी ने तुरंत सी एम् ओ दौड़ लगाया। मुंडा जी को आपबीती सुनाई। अब उम्मीद यही जताई जा रही है की आज अधिसूचना जारी कर दी जाएगी।
पिछले कुछ दिनों में एचआरडी विभाग की जितनी खिंचा तानी हुई है आज तक झारखण्ड में और किसी भी विभाग की नहीं हुई है. पहले इंटर के रिजल्ट को लेकर बवाल फिर अभी ट्रान्सफर पोस्टिंग को लेकर. हर दिन इस विभाग में कोई न कोई नया लफड़ा हो ही जाता है. मुझे तो डर है की कहीं आने वाले दिनों में हर कोई एचआरडी विभाग लेने से माना न कर दे ! कहीं ऐसा हो गया की हर विधायक कहने लगे की मुझसे ये पढाई -लिखाई का विभाग नहीं संभलेगा. यदि पढना ही रहता तो नेता काहे बनते.... फिर शायद ऐसी स्थिति में हम सबों को यह एहसास हो की हमें अपना जन प्रतिनिधि पढ़ा-लिखा, सोचने-समझने वाला समझदार चुनना चाहिए.
फ़िलहाल चलते हैं फिर मिलते हैं जोहार.... सन्नी शारद.

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