हर वो समाचार को एक बेहतरीन अंदाज में पायें जो आप अक्सर चैनल और न्यूज़ पेपर में नहीं पा सकते हैं ! इस अचार युक्त समाचार पढ़ते वक़्त आपके जीभ से निकलने वाली चटकारा कि आवाज़ इतनी जोरदार होनी चाहिए कि सत्ता और व्यवस्था में बैठे लोगों के कान के पर्दें हिल जाएँ !

Thursday, January 19, 2012

*राशिफल** 2012*

*मेष*

इस साल आपका विवाह योग बन रहा है मगर ज़्यादा खुश होने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि आप पहले से शादीशुदा हैं। गणेशा कहते हैं कि इस आफत के लिए आप खुद ज़िम्मेदार हैं। टाइमपास करने के चक्कर में ऑफिस में जिस लड़की से आपने फ्लर्ट करना शुरू किया था, उसे लेकर आप अब सीरियस होने लगे हैं। आपके प्यार में वो लड़की भी इतना आगे जा चुकी है कि आपका तलाक तक करवा सकती है वैसे भी वो घर उजाड़ने के मिशन पर निकली है।

जब-जब आप ऑफिस में होते हैं तो बीवी को धोखा देने के लिए मन में गिल्ट होता है मगर घर पहुंचते ही बीवी की कर्कश आवाज़ सुन, आप सोचते हैं कि ये यही डिज़र्व करती है।

बावजूद इसके गणेशा सलाह देंगे कि इन चक्करों में मत पड़िए। ये उम्र आपकी सैटिंग करने की नहीं, कन्यादान करने की है। ज़रा नज़र उठाकर देखिए, आपकी बेटीजवान हो गई है।

*सलाह**-*पांच शनिवार छह कौओं को शहद चटाइए, इससे आपकी बीवी की कर्कशता चली जाएगी।
लाल रंग की गिलहरी को बूंदी का रायता खिलाएं


*वृष*

31 दिसम्बर की शाम पतले होने का जो resolution आपने लिया था, वो दो जनवरी की सुबह आलू के परांठे खाने के साथ टूट जाएगा। तीन जनवरी की शाम दोस्त के साथ टहलते हुए आप उसके कहने पर मोमो खा लेंगे। पहला मोमो मुंह मे लेते ही पतले होने का आपका resolution आपको धिक्कारेगा मगर उसे इग्नोर कर आप एक और प्लेट का ऑर्डर देंगे। दस जनवरी की शाम बीवी आपको बताएगी कि रनिंग के लिए आपने जो नया ट्रैक सूट खरीदा था, बिना एक बार भी पहने उसे चूहा काट गया है।

बीवी पर लापरवाही का इल्ज़ाम लगाते हुए आप उससे झगड़ा करेंगे, जिस पर बीवी के हाथों आपकी उन स्पोर्ट्स शूज़ से पिटाई हो जाएगी जिन्हें आपने ट्रेक सूट केसाथ खरीदा था।

*सलाह**-*किसी गरीब आदमी को रा वन और रामगोपाल वर्मा की आग की डीवीडी भेंट करें,उसे देखने के बाद वो आपको इतनी बद्दुआएँ देगा कि आप खुद-ब-खुद पतले हो जाएँगे।

*मिथुन*

बाकी सालों की तरह इस साल भी आप कुछ ख़ास नहीं उखाड़ पाएंगे। ऑफिस में आपको बॉस से डांट खानी पड़ेगी और घर पर बीवी से। न तो रिश्तेदार आपको भाव देंगे और न ही मांगने पर बच्चे पानी का गिलास। जून आते - आते आपका पालतू कुत्ता भी आपको देखकर पूंछ हिलाना बंद कर देगा। इस सबसे तंग आकर आप आत्महत्या करना चाहेंगे और जान देने के लिए एक दिन टीवी पर ‘मौसम’ की डीवीडी लगाएंगे। मगर प्रिंट ख़राब होने के कारण वो चल नहीं पाएगी। गुस्से में आप अपने हाथ की बनी चाय पिएंगे मगर उससे भी आप मरेंगे नहीं बस मुंह से झाग निकलने के बाद बेहोश होंगे।

*सलाह*-सात मंगलवार किसी लाल गिलहरी को बूंदी वाला रायता खिलाएं, लाभ मिलेगा।

*कर्क*

पिछले साल की तरह ये साल भी आप फेसबुक पर बैठ कर बर्बाद कर देंगे। दूसरों की वॉल से अच्छे-अच्छे स्टेटस चोरी करने, उन स्टेटस पर आने वाले लाइक का घंटों इंतज़ार करने, हर फोटो में दोस्तों को टैग करने, स्कूल में साथ पढ़ी लड़कियों के प्रोफाइल ढूंढने और एक्सेप्ट न किए जाने की उम्मीद के बावजूद उन्हें फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजने में आप अपनी ज़िंदगी का एक और साल तबाह कर देंगे।

फेसबुक पर बैठे रहने के चक्कर में आप पूरी सर्दी बिना नहाए गुज़ार देंगे। इसी चक्कर में मां-बाप से गालियां खाएंगे मगर आप इतने ढीठ हो चुके हैं कि इन गालियों* *का आप पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। सारी गालियां एक कान से होते हुएबिना दिमाग में घुसे दूसरे कान से चुपचाप निकल जाएंगी।

*सलाह**-*आप जैसे ढीठ आदमी को सलाह देने का कोई फायदा नहीं है।

*सिंह*

नौकरीपेशा लोगों के लिए ये साल काफी फलदायक रहेगा। सरकारी नौकरी में हैं तो दो नम्बर का पैसा बनाने का अच्छा मौका मिलेगा। प्राइवेट में हैं तो बॉस की लगातार चमचागिरी करने के चलते आपकी भारी तरक्की होगी। आपकी सैलरी बाकी लोगों से ज़्यादा बढ़ाई जाएगी। आपको ऐसे काम में लगाया जाएगा जिसके लिए न्यूनतम बुद्धि की आवश्यकता होगी। आपका काम बाकी लोगों की बॉस से चुगली करना है और वो आप पूरी ईमानदारी से करते रहें।

गणेशा सलाह देते हैं कि जून के बाद आप थोड़ा सतर्क हो जाएं क्योंकि इस दौरान बॉस का एक और सिफारिशी टट्टू ऑफिस में ज्वॉइन करेगा। तब आपको नए सिरे से खुद को प्रूव करना होगा। मगर घबराएं नहीं, खुद पर विश्वास रखें। हर आदमी के पासगिफ्टिड टेलेंट होता है। बॉस के सामने दूसरों की चुगली करने के लिए नए आदमी को
एफर्ट करना होगा जबकि ऐसा करने का आपमें पैदाइशी गुण है।

*सलाह*- ‘लगाई-बुझाई’ की अपनी प्रतिभा को निखारने के लिए रोज़ाना तीन हिंदी
सीरियल देखें।

*कन्या*

आपकी राशि भले ही कन्या हो मगर आपकी ज़िंदगी में कोई कन्या आती दिखाई नहीं दे रही। मगर इसमें किसी का कोई कसूर नहीं है, सिवाए आपके। करियर सेट करने की उम्र में आप लड़कियां सेट करते रहे और जब बारी लड़की सेट करने की आई तो आप करियर सेट करने में लगे हैं। आपकी अरेंज मैरिज हो सके ऐसी आपकी इमेज नहीं है और आप लव मैरिज कर सकें, ऐसी आपकी शक्ल नहीं। गणेशा कहते हैं कि ये स्थिति अभी कुछ और वक्त तक बनी रहेगी और 2017 के बाद जाकर आपका विवाह होगा मगर तब भी कन्या मनुष्य जाति से होगी या नहीं, इसकी गारंटी गणेशा नहीं लेते।

*सलाह**-*इक्कीस सोमवार सुबह-शाम खुद को दस-दस थप्पड़ लगाएं, इससे उन लड़कियों के मन को शांति मिलेगी जो कभी आपको पीटना चाहती थीं।



*तुला*

वक्त आ गया है कि तुला राशि वाले अपनेआप को लेकर ग़लतफहमी पालना बंद कर दें और थोड़ा व्यावहारिक हो जाएं। सिर्फ आपके ये मानने से कि मैं बहुत होशियार हूं और ज़िंदगी में बहुत अच्छा डिज़र्व करता हूं, दुनिया को घंटा फर्क नहीं पड़ता। टीवी डिस्कशन्स में आने वाले गेस्ट को मूर्ख मानने से आप खुद होशियार नहीं हो जाते। दसवीं पास दोस्तों को अपने अल्पज्ञान से आतंकित करने से कुछ पल्ले नहीं पड़ने वाला। अब भी वक्त है, संभल जाइए। आपके दोस्तों के दो-दो बच्चे हो गए और आपकी अभी शादी तक नहीं हुई, ये बात अलग है कि बच्चे आपके भी दो हो चुके हैं जिनमें से एक की तो खुद आपको भी जानकारी नहीं है।

*सलाह*- खुद के कमाए पैसों से एक अंडरवियर खरीदने बाज़ार जाएं, अपनेआप अक्ल ठिकाने आ जाएगी।
दही में तीन चम्मच चाय पत्ती मिलाकर पंडित जी को पिलाएँ

*वृश्चिक*

वृश्चिक राशि वालों का इस साल भाग्य खूब साथ देगा। खरीदारी करने बाज़ार जाएंगे तो सेल में कुछ सस्ते स्वेटर मिल जाएंगे, बुक करवाने के दो दिन बाद सिलेंडर की डिलिवरी हो जाएगी, फुटपाथ से खरीदी पाइरेटिड सीडी का प्रिंट अच्छा निकलेगा, आटे की थैली में साबुनदानी का मुफ्त स्टैंड निकलेगा, जिस गाड़ी में सफर करेंगे उसमें सुंदर लड़कियां दिखेंगी, पड़ौसी मंगलू के दसवीं में अच्छे नम्बर आएंगे, उसकी बुआ की लड़की अपने मायके से आपके लिए नया पजामा लाएगी और और तो और आपकी भैंस माया भी इस साल बाकी सालों के मुकाबले ज़्यादा दूध देगी।

*सलाह**-*अपनी गली के आठ आवारा कुत्तों की नसबंदी करवाएं, इससे आपका भाग्य और चमकेगा।

*धनु*

धनु राशि वालों की किस्मत इस साल बिलुकल साथ नहीं देगी। ऑफिस जाने की जल्दी होगी तो रास्ते में स्कूटर पंचर हो जाएगा, मेहमान आए होंगे तो सिलेंडर ख़त्म हो जाएगा, ज़रूरत पड़ेगी तो नेट काम नहीं करेगा, बीवी बीमार होगी तो कामवाली छुट्टी ले लेगी, सहवाग की बैटिंग के वक्त लाइट चली जाएगी, लाइट आने पर मिमोह
चक्रवर्ती की फिल्म चल रही होगी और तो और जब-जब चाय में डुबोकर खाने के लिएग्लूकोज़ का बिस्किट उसके अंदर डालेंगे, वो उसी में डूब जाएगा!

*सलाह**- *बिस्किट चाय में न डूबे इसके लिए ज़रूरी है कि उसे लाइफ जैकेट पहनाएं।

*मकर*

टीवी देखने के लिहाज़ से ये साल महिलाओं के लिए काफी अच्छा है। मार्च के आसपास आप सोनी टीवी पर दो नए सीरियल देखने शुरू करेंगी और अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति के दम पर बिना नागा उसे पूरा साल देखेंगी। इस दौरान रिमोट के लिए कई दफा आपका अपने पति से झगड़ा होगा मगर सीरियल्स की साजिश रचने वाली बहुओं की तरह आप भी हार नहीं मानेंगी।

वहीं दूसरी ओर रिएलिटी शोज़ के हिसाब से ये साल आपके लिए उतना अच्छा नहीं है। आप जिस-जिस कंटेस्टेंट को सपोर्ट करेंगी वो फाइनल तक तो पहुंचेगा मगर जीत नहीं पाएगा जिसे लेकर आपको भारी दुख होगा। रात-रात भर कमरा बंद कर फूल की कढ़ाई वाला तकिया मुंह में ले रोएंगी और हो सकता है इस बीच डिप्रेशन की शिकार भी हो जाएं

*सलाह**- *पति के सोते ही उसके मोबाइल से अपने चहेते प्रतिभागी को ढेरों वोट करें। इससे पति भले ही डेंजर ज़ोन में चला जाए, मगर आपका पसंदीदा गवैया बच जाएगा।

* **कुंभ*

कुंभ राशि वाले अपना ये साल पंडितों के चक्कर में बर्बाद कर देंगे। आपके लिए ये समझना बहुत ज़रूरी है कि अगर आपकी ज़िंदगी में कुछ नया नहीं हो रहा तो उसकी वजह आपकी ख़राब किस्मत नहीं, आपका आलस हैं। ऑफिस से घर आने के बाद आपका सारा दिन पड़े रहने में बीतता है और यही वजह है कि आप दस साल से एक ही ऑफिस में पड़े हुए हैं। आपके पड़े-पड़े आपके बच्चे बड़े हो गए मगर आप अपने करियर में कहीं नहीं बढ़े। गणेशा सलाह देते हैं कि यूं दिनभर भेजे के कुकर में ख्याली पुलाव पकाते रहने और बॉस के घर की महिला सदस्यों को याद कर उसे गाली देने का कोई फायदा नहीं है।

लिहाज़ा बिना कुछ किए हालात सुधरने की उम्मीद में चार अख़बारों में राशियां पढ़ने और हाथ की अंगुलियों से लेकर पैर के अंगूठे तक में अंगूठियां पहनने के बजाए रजाई से निकलिए…गैस पर पानी गर्म कर नहाइए, नहीं नहाना तो मुंह-हाथ हीधोइए और स्कूटर स्टार्ट कर कहीं बाहर जाइए।

*सलाह**- *एक पाव दही में तीन चम्मच चाय पत्ती डालने के साथ उसमें रात की बची एक कटोरी दाल डालिए और इसमें आधा गिलास फिनाइल मिक्स कर, उस पंडित को पिलाइए जो खुद आपको अब तक ऐसे उल्टे-सीधे उपाय बताता आ रहा था।

* **मीन*

जहां तक बारगेनिंग या मोलभाव का सवाल है, मीन राशि की महिलाओं के लिए ये साल काफी शुभ हैं। दुकान से सूट का कपड़ा खरीदने से लेकर गली में सब्ज़ी वाले से लड़-झगड़कर पैसे कम करवाने में आपको व्यापक सफलता मिलेगी। आपकी ख्याति मौहल्ले में ही नहीं, देशभर में फैलेगी। और तो और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हथियार खरीदते समय भारत सरकार दूसरे देशों से मोलभाव के लिए आपको बुलावा भेजेगी। फ्रांस जैसे देशों से मिसाइल खरीद के समय आप ये कहते हुए रेट कम करवाएंगी…जाओ भइया जाओ…पचास में पीछे जापान वाले दे ही रहे थे या फिर ‘हम तो हमेशा आप ही के यहां से खरीदते हैं’, कहकर उन्हें इमोशनली ब्लैकमेल करेंगी।

*सलाह**-* कॉलेज में आप भाव खाती रही हैं और अब मोलभाव कर रही हैं। हमारी गुज़ारिश है कि यही हाव-भाव बनाए रखें।

Wednesday, July 6, 2011

मेरी प्रेमिका, धोनी और मैं (७ जून, ७ जुलाई और ७ अगस्त) !


झारखण्ड का लाल / हम सब का चहेता / झारखंडी क्रिकेट प्रेमियों और खिलाडियों का भगवान / लड़कियों के सपनो का सह्ज़ादा / तुरुप का पत्ता / मिट्टी को छु कर सोना बना देने वाला महेंद्र सिंह धोनी "माही" कल अपनी जिंदगी का तीन दशक पूरा कर लेगा. अपने जीवन के तीस सावन बिता लेने वाले माही की नज़र जिस किसी भी चीज़ पर पड़ती गई वो उसका होता चला गया. आज से दस साल पहले शायद खुद माही को भी यह अंदाजा नहीं होगा की कभी दोस्तों से पैसे उधार ले कर मैच खेलने वाला माही एक दिन प्रदेश का सबसे अधिक टैक्स भरने वाला व्यक्ति बन जायेगा. सयोंग वश ठीम में चयन, उसके बाद पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ यादगार पारी देखते ही देखते धोनी को इतना आगे ले गई की सेलेक्टर न चाहते हुए भी उसे अपने से दूर न कर सकें. फिर क्या था माँ देवडी की कृपा से धोनी कभी पीछे मुड कर नहीं देखा, धोनी के नेतृत्व में हर वो ख़ुशी टीम इंडिया के झोली में आती चली गई जिसके लिये देश न जाने कितने सालों से ललायित था. झारखण्ड के लिये वो घड़ी सचमुच अनमोल थी जब धोनी ने विश्व कप अपने हाथों में उठाया था. झारखण्ड के साथ-साथ पूरा देश अपनी जुबान पर धोनी का नाम लाकर खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा था.

बस यह महज एक संयोग ही है की मेरा भी जन्मदिन कल से ठीक एक महीने बाद है और मेरी प्रेमिका का कल से ठीक एक महीने पहिले था. यानि की मेरी प्रेमिका का जन्मदिन सात जून, धोनी का सात जुलाई और मेरा सात अगस्त को है. हमदोनो के बीच सिर्फ धोनी का बर्थडे ही नहीं है बल्कि खुद धोनी भी कई बार विलन बन कर आ जाता है. धोनी को दिखाकर वो बार-बार मुझे दुहाई देते रहती है की तुम क्या किये आज तक ? इससे अच्छा होता की मैं धोनी की पीछे पड़ती तो शादी के बाद कम से कम साक्षी की तरह अपने सपनो का शहर गोवा के समुद्रों में गोते तो लगा पाती, भले ही मैं समुद्र के लहरों पर न लहराती लेकिन कम से कम मीडिया के कैमरे मेरे बदन पर और मेरी तस्वीर दुनिया के सभी घरों में लाइव तो लहराती.

वैसे यह बात भी सौ फिसिदी सच है की लोग जब फेमस हो जाते हैं तो हर कोई उससे किसी न किसी रूप में खुद को जोड़ने लगता है. तभी तो मैं जब भी घर जाता हूँ तो मेरी माँ मेरे चेहरे पर प्यार से हाथ फेरते हुए यह कहना नहीं भूलती है की साइड से मेरे बच्चा एक दम धोनी जैसा ही लगता है. अब माँ को कौन समझाए की भैंस की तरह चमड़ी और बैल की तरह बुद्दी वाला उसका बेटा धोनी की तरह तो क्या उसके भाई नरेंद्र की तरह भी कभी नहीं लग सकता.

झारखण्ड के प्रतिभावान खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी के जन्मदिन पर ईडीयट न्यूज़ की ओर से आप सबों और धोनी को ढेरों बधाइयाँ और जोहार. सन्नी शारद.

रिचार्ज होती जिंदगी !

आज जिंदगी की गति इतनी तेज़ हो गई है की खाने तक को किसी को फुर्सत नहीं है. सुबह का खाना शाम को तो रात का पता नहीं. इस भागम-भाग जिंदगी में यदि जिंदगी भी मोबाइल के कूपनों से रीचार्ज होती तो सबकुछ कितना आसान हो जाता. जब जितना का जी किया रीचार्ज कर लिये. जब हर कोई रिचार्ज पर आश्रति हो जायेगा तो कैसी-कैसी परिस्थितियां होगी ? किराने की दुकान की तरह हर गली मोहल्ले में मोबाइल रिचार्ज सेण्टर की तरह आदमी रिचार्ज सेण्टर होगा. सुबह-सुबह ऑफिस जाने वाले हर -रोज़ रास्ते में दस या बीस रुपये का रिचार्ज करवाते हुए जायेंगे. कोई महीने भर का एक बार ही रिचार्ज करवा लेगा तो कोई बार-बार कस्टमर केयर (यमराज) के पास फोन करके पूछेगा की सर लाइफ टाइम वाला कोई ऑफर है क्या ? कोई भागे-भागे दुकान पर आएगा और कहेगा की भईया जल्दी से दस रुपये का टॉप अप मुझमे डाल दीजिये मेरा बीपी एकदमे लो हो रहा है. कहीं ऐसा न हो की मेरी बेट्री भी लो हो जाये और मेरी जिंदगी स्विच ऑफ हो जाये.
ऐसी स्थिति में रात को डाइनिंग टेबल पर पूरे परिवार के साथ खाना खाने का मज़ा किरकिरा हो जायेगा. वैसे भी यह फ्लैट कलचर ने हरेक आंगन में दिवार उठा कर सबको अलग कर ही दिया है. फिर भी माँ खाना खिलाकर हमेशा की तरह अपना प्यार जाताना नहीं भूलेगी. लेकिन तब डाइनिंग टेबल पर माँ के हाथों का लज़ीज़ व्यंजन तो नहीं होगा लेकिन माँ तरह-तरह के कूपन जुगाड़ करके रखेगी और रात को खाने के समय अपने प्यारे बच्चों को देते हुए कहेगी की गुप्ता जी की बीबी अमेरिका जा रही थी तो वही से यह स्पेशल "आदमी रिचार्ज कूपन" मंगवाए हैं. कुछ दिनों के बाद ये कूपन भी कई फ्लेवर में मार्केट में आ जायेगा. कोई चोकलेटी फ्लेवर लेगा तो कोई और. लेकिन कुछ खास लोग जो बेवफा बार के सौखीन होंगे उनके लिये अलग तरह का यह आदमी रिचार्ज कूपन होगा. फिर से सरकार ऐसे कूपनो पर अपना टैक्स ज्यादा लगा देगी. तब फिर इस कूपन का देसीकरण हो जायेगा और हैंगओवर कभी नहीं उतरेगा....
जब आदमी को रिचार्ज करने वाला कूपन काफी मसहुर हो जायेगा तो फिर इस पर नेताओं का भी जरुर नज़र पड़ेगी. अपनी-अपनी काबिलियत और हैसियत के अनुसार नेता जी कूपन के घोटाले करने में लग जायेंगे. अपने कार्यकर्ताओं से पार्टी की मीटिंग में कहेंगे की चुनाव आ रहा है बहुते कूपन की जरुरत पड़ेगी सब चंदे के रूप में कूपन जुगाड़ करना शुरू कर दो. फिर क्या "आदमी को रिचार्ज करने वाला कूपन" भी तरह-तरह के घोटाले में लोगों की जुबान पर छाए रहेगा. ऐसे कूपन के लिये अलग से एक एक्ट बनेगा, कमेटी बनेगी, इसके घोटाले करने वालों को भी फाँसी की सजा सुनाते हुए कसाब की तरह देश का दामाद बनाया जायेगा और कभी-कभी देखावे के लिये स्पेक्ट्रेम घोटाले की तरह इसमें भी कोई राजा और कोई रानी(कनिमोझी) पकड़ी जाएगी.
जो भी हो यह रिचार्ज कूपन आ गया तो इसका सबसे ज्यादा फायदा मैं ही उठौगा क्यूंकि दस साल से खुद खाना बना-बना कर खा-खा के तंग आ गया हूँ. कम से कम इससे मुक्ति तो मिलेगी. वैसे इस रिचार्ज कूपन से सिर्फ हॉस्टल में रहे और कुवारे नौकरी पेशा लोगों को ही फायदा नहीं होगा बल्कि शादी शुदा लोगों को भी बहुत फायदा होगा. पहली बात तो यह की बीबियाँ यह कहना भूल जाएगी की ज्यादा कहियेगा तो खाना भी नहीं बनायेंगे". और ज्यादा बोलने वाली बीबी भी कम बोलेगी क्यूंकि कहीं पति रिचार्ज करवाना छोड़ देगा तब तो उसका काम ही खत्म हो जायेगा......... इस कूपन के आने का इंतज़ार करने वाले सभी बंधुओं को सन्नी शारद का जोहार.

Tuesday, July 5, 2011

मुख्यमंत्री साहब जिन लोगों ने अपनी संताने खो दी उनको ग्रेस कौन देगा ?

पगडंडियों पर चल रही झारखण्ड में गठबंधन की सरकार की सभी पार्टियाँ जब जमशेदपुर के उपचुनाव में औंधे मुह गिरी तो तिलमिला गई. आनन फानन में कल कई फैसले लिये गए जिसमे इंटर के ख़राब परिणाम को देखते हुए अब कुल मिलाकर सोलह प्रतिशत ग्रेस देकर छात्रों को पास करने का भी फैसला लिया गया. लेकिन अब यहाँ सवाल यह उठता है की इस ख़राब रिजल्ट से जिन बच्चों ने अपना धैर्य खो कर जाने गवां दी उनके माँ - बाप को जवाब कौन देगा ? मैं मानता हूँ ये सरासर उन बच्चों की गलती है जिन्होंने ऐसा कदम उठाया. लेकिन ऐसी क्या जरुरत पड़ गई की सरकार को ग्रेस दे कर पास करने की जरुरत पड़ी? भले ही मुख्यमंत्री साहब ने यह कह दिया की कॉपी जांचने में कोई त्रुटी नहीं हुई है लेकिन क्या इस ग्रेस की खुसखबरी से शिक्षा प्रबंधन का गैर जिम्मेवाराना रवैया नहीं झलकता है ? पहले फ़ैल करो फिर पास करके अपनी वाह-वाही लूटो यह कहाँ तक सही है? आख़िरकार कॉपी जांचने में वैसे शिक्षकों को क्यूँ लगया जाता है जो छात्रों के जीवन भर की कमाई को महज़ रद्दी का कागज समझ कर उसे ठीक से पढते भी नहीं ? आखिरकर काउन्सिल वैसे कॉलेज को मान्यता क्यूँ देता है जहाँ की आधारभूत संरचना और शिक्षक न हों ? सरकार के पास बिना काम वाले मार्केटिंग बोर्ड का ऑफिस बनाने के लिये एक अरब रूपया है लेकिन जिस चीज की हमें सक्त जरुरत हैं "शिक्षा" उसके मंदिर बनाने की जब बात आती है तो गरीबी और मज़बूरी का रोना क्यूँ रोने लगती है ये सरकार ? आवाज उठाइए नहीं तो ये लोग इसी तरह प्रदेश का पैसा लुट कर वेदेशों में जमा करते रहेंगे और हमारा खून पी-पी कर खुद को बाहुबली साबित करते रहेंगे और हम सब बस एक दुसरे को जोहार करते रहेंगे...... जोहार सन्नी शारद.

Monday, July 4, 2011

चवन्नी चिंतन ...

नयी नयी मूछे आ रही थी, पैर जमीं पर नहीं होते थे , सारा फलक उम्मीदों से भरा था , उमंग कुलाचे भरता था , आकाश भी छोटा लगता था या सीधे सीधे कहू कि जवान हो रहा था तब हर लड़की के दिल में अपना अक्स देखता था .. पॉकेट में ज्यादा पैसे नहीं होते थे रूपये चार रूपये ..तभी अमिताभ की किसी फिल्म में गाना आया ' राजा दिल मांगे च...वन्नी उछाल के " .. लगा कि अपने लिए ही आनंद बक्शी साहब ने इस रचना को रचा है और लता मंगेशकर (या आशा भोंसले ) ने मेरी ही आवाज को जुबान दी है ..महज चवन्नी उछलने से लड़की का दिल जीता जा सकता है तो अपने पास तो कई चवन्नी एक साथ होते थे ..चवन्नी का भाव तब समझ में आया . ..लेकिन चवन्नी के दम पर जिस लड़की को पटाया वह समय के अनुसार " लाइफ " , फिर " वाइफ" , होम , हिटलर और अब रांग नबर के नाम से अपने मोबाईल में दर्ज है . अब तो चवन्नी उछाल कर दिल पर कब्ज़ा करने की जो सोचता है उसे हड़प्पा कालीन संस्कृति का अवशेष माना जाता है ..जाहिर है चवन्नी गयी तो चवन्नी के नाम पर प्यार प्रेम करने वाले भी एंटिक आइटम हो गए ...अठन्नी अभी भी चलन में है लेकिन क्या इसमें इतना पावर है ? अब तो बीस रूपये के भी सिक्के चलने लगे हैं ..आनंद बख्शी साहब गणित कर रहे होंगे कितने का सिक्का अब दिल की नीलामी के लिए मुफीद होंगे ..वैसे गंभीरता से कहू लोगो का दिल दहलाने के लिए तो अभी एक अन्ना ( हजारे ) ही काफी है चार अन्ना सरकार कैसे संभालती सो दोनों अन्ना से सरकार ने किनारा कर लिया ..इसलिए कोई कितना भी कहे लेकिन अन्ना की कीमत कम नहीं होगी ...बाबा की भले हो जाये ....

Saturday, July 2, 2011

ईडी, सीडी और एचआरडी !

इन दिनों ये डी समीकरण राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाये हुए है। पहले ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) बेचारे मधु भईया और उनके साथियों के पीछे पड़ा तो कल से ये सरयू राय के द्वारा सीडी लहराने के बाद ये सीडी जीवीएम (झारखण्ड विकाश मोर्चा) और अजय भईया के पीछे पड़ा हुआ है। तो तीसरा ये एचआरडी (मानव संसाधन विकाश विभाग) मंत्री जी बैधनाथ राम के गले का फंदा बने हुए है।
पहले से ही अपने वारिशों के असफल हो जाने का दर्द झेल रहे मंत्री जी की किस्मत से बदकिस्मती दूर होने का नाम ही नहीं ले रही है। मंत्री जी को बदकिस्मती का रोना रुलाने वाली में दो औरतों का नाम आ रहा है। अरे नहीं नहीं आप गलत सोच रहे हैं मंत्री जी एक ही शादी किये हैं और ये बदकिस्मती उनकी हमसफ़र नहीं है बल्कि एक तो जैक में है और दूसरी विभाग की सचिव।
इनदिनों अपने रूटीन के अनुसार झारखण्ड में भी ट्रान्सफर पोस्टिंग का खेल जोरो पर है। पिछले पांच दिनों का अख़बार पलट कर देखें तो पांच सौ से भी ज्यादा ऑफिसर इधर से उधर किये जा चुके हैं। हर ओर अफरा-तफरी का माहौल है। सभी अपनी-अपनी जान पहचान मंत्री जी से जोड़ने और अपनी इच्छा के अनुसार पोस्टिंग के लिये दिन-रात मंत्री जी को दंडवत करने में लगे हुए हैं। मंत्री जी भी मानसून के समय पर आ जाने से अभी ही अगहन माना रहे हैं। मंत्री जी ने अपनी इच्छा अनुसार और अपने चाहने वालों के अनुसार ट्रान्सफर की एक लिस्ट तैयार करके विभाग के श्री मति सचिव के पास भेझा लेकिन सचिव ने उसे लौटा दिया। गुस्से से लाल-पीले मंरती जी ने तुरंत सी एम् ओ दौड़ लगाया। मुंडा जी को आपबीती सुनाई। अब उम्मीद यही जताई जा रही है की आज अधिसूचना जारी कर दी जाएगी।
पिछले कुछ दिनों में एचआरडी विभाग की जितनी खिंचा तानी हुई है आज तक झारखण्ड में और किसी भी विभाग की नहीं हुई है. पहले इंटर के रिजल्ट को लेकर बवाल फिर अभी ट्रान्सफर पोस्टिंग को लेकर. हर दिन इस विभाग में कोई न कोई नया लफड़ा हो ही जाता है. मुझे तो डर है की कहीं आने वाले दिनों में हर कोई एचआरडी विभाग लेने से माना न कर दे ! कहीं ऐसा हो गया की हर विधायक कहने लगे की मुझसे ये पढाई -लिखाई का विभाग नहीं संभलेगा. यदि पढना ही रहता तो नेता काहे बनते.... फिर शायद ऐसी स्थिति में हम सबों को यह एहसास हो की हमें अपना जन प्रतिनिधि पढ़ा-लिखा, सोचने-समझने वाला समझदार चुनना चाहिए.
फ़िलहाल चलते हैं फिर मिलते हैं जोहार.... सन्नी शारद.

Tuesday, June 28, 2011

गर्भ के दिनों में ऐश्वर्या ये खाएं और वो न खाएं !


(उम्मीद भरे) स्टोरी आइडियाज़! : तैयार हो जाइए साल भर ऐसे टीआरपी बटोरू (?) स्पेशल प्रोग्राम के लिए : हे प्रभु, तूने बड़ी कृपा की. अमिताभ का ट्विट क्या पढ़ा, मानो मन की मुराद मिल गयी. बेचारा मीडिया अफवाहें फैला फैला कर थक गया था. अब मिर्च मसाले का उपयोग हो सकेगा. साल भर के कुछ स्टोरी आइडियाज़.. :

टीवी चैनल के संपादकों और रिपोर्टरों से अनुरोध है कि वे डायरी में इन्हें नोट कर लें और समय समय पर ऐसे हालात में इन आइडियाज का तुरंत इस्तेमाल कर लें...

....अभी तक क्या कर रहे थे अभिषेक...

...आखिर कैसे सफल हुए इतना गैप रखने में...

...किस हकीम की दवा से गर्भवती हुईं ऐश...

... क्या मन्नत और मनौतियों का फल है यह चहंचहांहट...

...डॉन क्यों हुआ खुश ?...

...क्या सामान्य होगा?...

...फीगर बचाने के लिए नार्मल की पक्षधर नहीं है ऐश...

...ऐश को क्या खाना चाहिए?...

...किस नर्सिंग होम में?..

...घर पर क्यों नहीं?...

...श्वेता कब नाचेगी?...

...इलाहाबाद से आयेंगे (जापे के) लड्डू?...

..अजिताभ ने बधाई क्यों नहीं दी?...

...और अमर सिंह नाचने लगे...

..सोनिया पिघलीं, दी बधाई...

...गुड्डी बनेगी दादी...

...अभिषेक ने की शूटिंग की छुट्टी...

...लम्बू ने खरीदे छोटू के कपड़े...

...ऐश का वजन (कितना) बढ़ा?...

...तैयार है जच्चा का कमरा...

...पहले भी उम्मीद थी लेकिन...

...क्या कहते हैं आम आदमी?...

...क्या बहुत देर कर दी?....

...देरी से मातृत्व के फायदे या नुकसान?....

...अगर करिश्मा से सगाई ना टूटती तो क्या होता?...

...दादा को चाहिए पोता या पोती?...

...बाबा विश्वनाथ की कृपा...

...सिद्धि विनायक का फल, हनुमानजी का आशीर्वाद..

...साथ ही देखिएगा मालिशवाली बाई का खास इंटरव्यू...

...जच्चा का डाइट चार्ट...

...ड्राइवर करेगा रहस्योदघाटन..

...माली ने खोल दिया भेद

...प्लंबर के रूप में घुसा मीडियाकर्मी

...फलां नीम हकीम का दावा ....

यह भी हो सकता है कि ऐश की बॉडी लैंग्वेज के आधार पर कोई टीवी रिपोर्टर 'सुपर जूनियर बिग बी' का इंटरव्यू ही दिखाकर माने. आखिर हमारे टीवी चैनलों में भी कई रजनीकांत जो हैं. दरअसल टीआरपी की होड़ में मूल मुद्दों से भटक गए हैं हम !!!

लेखक प्रकाश हिंदुस्तानी इंदौर के निवासी हैं. मध्य प्रदेश के वरिष्ठ और जाने-माने पत्रकार हैं. कई मीडिया हाउसों में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. इन दिनों स्वतंत्र पत्रकारिता और स्वतंत्र लेखन कर रहे हैं.